“दक्षिण भारतीय खाने का असली स्वाद – रसम राइस”

रसम चावल (Rasam Rice) क्या है?
रसम एक हल्का, खट्टा और मसालेदार दक्षिण भारतीय सूप है जो इमली के रस, टमाटर, मसालों और जड़ी-बूटियों से बनाया जाता है। इसे आमतौर पर पके हुए चावल के साथ परोसा जाता है। यह पाचन में मदद करता है और सर्दी-जुकाम में भी बहुत फायदेमंद होता है।
रसम के फायदे (Benefits of Rasam – Long Term):
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पाचन में सहायक: रसम में मौजूद इमली, काली मिर्च, जीरा और हींग पाचन क्रिया को सुधारते हैं और गैस, अपच जैसी समस्याओं से राहत दिलाते हैं।
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रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है: इसमें मौजूद मसाले जैसे हल्दी, काली मिर्च एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करते हैं।
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सर्दी-जुकाम में राहत: गर्म रसम का सेवन गले की खराश, बंद नाक और सर्दी के लक्षणों को कम करने में मदद करता है। काली मिर्च विशेष रूप से फायदेमंद होती है।
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वजन प्रबंधन में सहायक: रसम कैलोरी में कम होती है और पेट भरने वाली होती है, जिससे यह वजन नियंत्रित करने वालों के लिए एक अच्छा विकल्प है।
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विटामिन और खनिजों का स्रोत: टमाटर, धनिया पत्ती और अन्य मसालों के कारण यह कुछ मात्रा में विटामिन C, विटामिन A और अन्य खनिज प्रदान करता है।
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शरीर को हाइड्रेट रखता है: इसकी तरल प्रकृति शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करती है।
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हृदय स्वास्थ्य: कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि इमली कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है।
रसम बनाने की विधि (Rasam Recipe in Hindi):
रसम कई प्रकार की होती है, लेकिन यहाँ एक पारंपरिक टमाटर रसम की विधि दी जा रही है।
I. रसम पाउडर बनाने के लिए (घर का बना रसम पाउडर सबसे अच्छा होता है):
सामग्री:
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साबुत धनिया: 2 बड़े चम्मच
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चना दाल: 1 बड़ा चम्मच
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अरहर (तूर) दाल: 1 बड़ा चम्मच
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साबुत काली मिर्च: 1 छोटा चम्मच (या स्वादानुसार)
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जीरा: 1 छोटा चम्मच
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मेथी दाना: 1/4 छोटा चम्मच
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सूखी लाल मिर्च: 3-4 (या स्वादानुसार)
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करी पत्ता: 8-10
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हींग: 1/4 छोटा चम्मच (पाउडर पीसते समय डालें)
विधि (रसम पाउडर):
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एक पैन में चना दाल और अरहर दाल को धीमी आंच पर सुनहरा होने तक सूखा भून लें। निकाल कर अलग रख दें।
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उसी पैन में साबुत धनिया, जीरा, काली मिर्च और मेथी दाना डालकर धीमी आंच पर खुशबू आने तक भूनें।
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अंत में सूखी लाल मिर्च और करी पत्ता डालकर कुछ सेकंड के लिए भूनें जब तक करी पत्ते कुरकुरे न हो जाएं।
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सभी भुनी हुई सामग्री को ठंडा होने दें।
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ठंडा होने पर, हींग डालकर सभी को एक साथ बारीक पाउडर में पीस लें।
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इस रसम पाउडर को एक एयरटाइट कंटेनर में स्टोर करें। यह 1-2 महीने तक ताजा रहता है।
II. रसम बनाने के लिए:
सामग्री:
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पके हुए टमाटर: 2 मध्यम आकार के, मोटे कटे हुए (या 1/2 कप टमाटर प्यूरी)
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इमली: नींबू के आकार का गोला (या 1-2 बड़े चम्मच इमली का गूदा)
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अरहर (तूर) दाल: 1/4 कप (पकाकर मैश की हुई)
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घर का बना रसम पाउडर: 1.5 से 2 बड़े चम्मच (या स्वादानुसार)
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हल्दी पाउडर: 1/2 छोटा चम्मच
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गुड़: 1 छोटा टुकड़ा (या स्वादानुसार, वैकल्पिक)
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नमक: स्वादानुसार
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पानी: 3-4 कप
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बारीक कटा हरा धनिया: 2 बड़े चम्मच (गार्निश के लिए)
तड़के के लिए:
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घी या तेल: 1 बड़ा चम्मच
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सरसों के दाने (राई): 1 छोटा चम्मच
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जीरा: 1/2 छोटा चम्मच
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सूखी लाल मिर्च: 1-2, तोड़ लें
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करी पत्ता: 8-10
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हींग: एक चुटकी
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लहसुन की कलियाँ: 2-3, कुचली हुई (वैकल्पिक)
विधि (रसम):
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इमली का पानी तैयार करें: इमली को 1/2 कप गर्म पानी में 15-20 मिनट के लिए भिगो दें। फिर इसे अच्छे से मसलकर गूदा निकाल लें और छानकर पानी अलग कर लें।
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दाल पकाएं: अरहर दाल को हल्दी और पानी डालकर नरम होने तक पका लें। इसे अच्छे से मैश कर लें।
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रसम पकाना:
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एक बर्तन में कटे हुए टमाटर (या प्यूरी), इमली का पानी, रसम पाउडर, हल्दी पाउडर, नमक और गुड़ (यदि उपयोग कर रहे हैं) डालें।
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लगभग 2 कप पानी डालें और अच्छी तरह मिलाएं।
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इसे मध्यम आंच पर 10-12 मिनट तक उबालें, जब तक कि टमाटर नरम न हो जाएं और कच्चे मसालों की महक चली न जाए।
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दाल मिलाएं: अब इसमें पकी और मैश की हुई अरहर दाल डालें और अच्छी तरह मिलाएं। यदि रसम बहुत गाढ़ी लगे तो थोड़ा और गर्म पानी मिला सकते हैं।
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इसे 5-7 मिनट तक धीमी आंच पर और उबलने दें ताकि सभी स्वाद अच्छी तरह मिल जाएं। ध्यान रहे कि दाल डालने के बाद बहुत ज्यादा न उबालें, वरना स्वाद बदल सकता है।
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तड़का तैयार करें:
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एक छोटे पैन में घी या तेल गरम करें।
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सरसों के दाने डालें और उन्हें फूटने दें।
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फिर जीरा, सूखी लाल मिर्च, कुचला हुआ लहसुन (यदि उपयोग कर रहे हैं) और करी पत्ता डालें। कुछ सेकंड के लिए भूनें।
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अंत में हींग डालें और तुरंत गैस बंद कर दें।
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तड़का मिलाएं: इस तैयार तड़के को उबलती हुई रसम में डाल दें।
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बारीक कटा हरा धनिया डालें, मिलाएं और ढककर 5 मिनट के लिए रख दें ताकि तड़के का स्वाद रसम में समा जाए।
III. चावल बनाने के लिए:
आप अपनी पसंद के किसी भी चावल का उपयोग कर सकते हैं (जैसे सोना मसूरी, बासमती)।
विधि (चावल):
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चावल को 2-3 बार पानी से धो लें।
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जितना चावल लिया है, उसका दोगुना पानी (या चावल के प्रकार के अनुसार) डालकर पका लें। आप प्रेशर कुकर या खुले बर्तन में पका सकते हैं।
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चावल नरम और खिले-खिले पकने चाहिए।
परोसने का तरीका:
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एक प्लेट में गरमागरम पके हुए चावल लें।
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इसके ऊपर उदारतापूर्वक रसम डालें।
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आप इसे पापड़, किसी सब्जी की सूखी भाजी (पोरियल/फ्राई), अचार या घी के साथ परोस सकते हैं।
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रसम को सूप की तरह भी पिया जा सकता है।
रसम के विभिन्न प्रकार (Variations):
रसम की कई विविधताएँ हैं, जैसे:
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नींबू रसम (Lemon Rasam): इमली की जगह नींबू का रस इस्तेमाल होता है।
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मिर्च रसम (Milagu Rasam / Pepper Rasam): इसमें काली मिर्च की मात्रा अधिक होती है, सर्दी-जुकाम के लिए उत्तम।
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लहसुन रसम (Poondu Rasam / Garlic Rasam): लहसुन का स्वाद प्रमुख होता है।
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अनानास रसम (Pineapple Rasam): इसमें मीठा और खट्टा स्वाद होता है।
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मैसूर रसम: इसमें नारियल और दाल का पेस्ट डाला जाता है।
रसम को स्टोर कैसे करें:
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बची हुई रसम को फ्रिज में 2-3 दिन तक एयरटाइट कंटेनर में रखा जा सकता है।
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रसम पाउडर को एयरटाइट डिब्बे में कमरे के तापमान पर 1-2 महीने तक स्टोर कर सकते हैं।