श्रम विभाग ने आज रिपोर्ट जारी की, जिसमें मई में 16300 नए ईपीएफओ सदस्य शामिल हुए हैं। नए ईपीएफओ सदस्यों की मई की संख्या 8.83 लाख थी, जो पिछले छह महीनों में सबसे अधिक है, मंत्रालय ने बताया। मंत्रालय ने कहा कि युवा लोगों को काम मिल रहा है 16.30 लाख लोगों में से अधिकांश युवा पहली बार औपचारिक क्षेत्र में हैं।
नई दिल्ली, व्यावसायिक डेस्क: श्रम मंत्रालय ने आज आंकड़े जारी किए, जो बताते हैं कि मई में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) से कुल 16.30 लाख सदस्य जुड़े हैं।
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, मई में ईपीएफओ से जुड़ने वाले कुल सदस्यों में 8.83 लाख से अधिक नए सदस्य शामिल हुए, जो पिछले छह महीनों में सबसे अधिक है।
मंत्रालय ने बताया कि 18 से 25 वर्ष की उम्र वाले नए सदस्यों की हिस्सेदारी 56.42% है, जो युवाओं में रोजगार के प्रति रुख बढ़ा है। इनमें से बहुत से युवा पहली बार औपचारिक क्षेत्र में काम कर रहे हैं।
कितने सदस्य फिर से जुड़े?
आंकड़े बताते हैं कि फिर से ईपीएफओ से जुड़े 11.41 लाख सदस्य हैं। पिछले महीने, 8.83 लाख नए सदस्यों में से 2.21 लाख महिलाएं थीं।
इसके अलावा, कुल 16.30 लाख सदस्यों में से 3.15 लाख महिलाएं हैं। आपको बता दें कि मई में सबसे अधिक सदस्य महाराष्ट्र से जुड़े हैं। तमिलनाडु, कर्नाटक, हरियाणा और गुजरात इसके बाद आते हैं।
EPFO क्या है?
भारत सरकार ने कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) नामक एक वैधानिक संस्था बनाई है। देश का सबसे बड़ा सामाजिक सुरक्षा निकाय होने के कारण, यह मुख्य रूप से लोगों को सेवानिवृत्ति के लिए पैसे बचाने के लिए प्रेरित करता है, अलावा कुछ भी नहीं। ईपीएफओ, 1951 में स्थापित, श्रम और रोजगार मंत्रालय के अधीन है।