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Monsoon Session 2023: विपक्ष आज सदन में अविश्वास प्रस्ताव लाएगा, इससे फिर संसद में हिंसा होगी।
भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन में शामिल कुछ विपक्षी दल बुधवार को मोदी सरकार के खिलाफ लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले हैं। कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने यह जानकारी दी है। विपक्षी दल सदन में प्रधानमंत्री मोदी से मणिपुर हिंसा का जवाब मांगते हैं। सरकार ने कहा कि वह मणिपुर पर बहस करने को तैयार है।
नई दिल्ली, ANI भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (INDIA) में शामिल कुछ विपक्षी दल बुधवार को मोदी सरकार के खिलाफ लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले हैं। यह जानकारी मंगलवार देर रात कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने दी है। मंगलवार सुबह हुई ‘इंडिया’ के घटक दलों की बैठक में नोटिस देने के प्रस्ताव पर चर्चा हुई।
वर्षा सीरीज 2023: भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन में शामिल कुछ विपक्षी दल बुधवार को लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले हैं। कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने यह जानकारी दी है। विपक्षी दल सदन में प्रधानमंत्री मोदी से मणिपुर हिंसा का जवाब मांगते हैं। सरकार ने कहा कि वह मणिपुर पर बहस करने को तैयार है।
वर्षा सीरीज 2023: Monsoon Session 2023 में फिर से विपक्ष संसद में अविश्वास प्रस्ताव लाएगा:
‘इंडिया’ गठबंधन में शामिल दलों की बैठक में मंगलवार देर रात कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने बताया कि विपक्ष आज संसद में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगा।
नई दिल्ली, ANI भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (IND) में शामिल कुछ विपक्षी दल बुधवार को मोदी सरकार के खिलाफ लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले हैं। यह जानकारी मंगलवार देर रात कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने दी है। मंगलवार सुबह हुई ‘इंडिया’ के घटक दलों की बैठक में नोटिस देने के प्रस्ताव पर चर्चा हुई।
अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि क्योंकि सरकार विपक्षी दलों की मांग को नहीं मान रही है कि प्रधानमंत्री को कम से कम मणिपुर के मुद्दे पर संसद में स्पष्ट बयान देना चाहिए क्योंकि वह भारत के प्रधानमंत्री के अलावा संसद में हमारे नेता हैं, हमें अविश्वास प्रस्ताव का सहारा लेना ही होगा।
प्रधानमंत्री मोदी सदन में मणिपुर हिंसा पर प्रतिक्रिया दें:
विपक्ष के सूत्रों ने बताया कि मणिपुर हिंसा को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संसद में बोलने के लिए मजबूर करने के लिए विभिन्न उपायों पर विचार करने के बाद यह निर्णय लिया गया कि सरकार को इस मुद्दे पर बहस शुरू करने का यह प्रभावी उपाय होगा।
विपक्षी दल सदन में प्रधानमंत्री मोदी से मणिपुर हिंसा का जवाब मांगते हैं। सरकार ने कहा कि मणिपुर पर बहस करने को तैयार है, लेकिन विपक्ष इसे नहीं करने देता।
संसद में जारी गतिरोध के बीच, विपक्षी गठबंधन इंडिया के सदस्यों ने स्पष्ट कर दिया कि वह प्रधानमंत्री के सदन में बयान के बाद ही मणिपुर पर चर्चा शुरू करने की अपनी नीति से सहमत नहीं होगा। विपक्षी इंडिया गठबंधन के नेताओं ने मंगलवार सुबह संसद भवन में राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के नेतृत्व में एक बैठक में मणिपुर पर अविश्वास प्रस्ताव लाने के विकल्प पर चर्चा की, सूत्रों ने बताया।
बीजेपी ने अविश्वास प्रस्ताव पर पलटवार किया क्योंकि विपक्षी गठबंधन जानता है कि मोदी सरकार को लोकसभा में आंकड़ों के अनुसार पर्याप्त बहुमत मिल गया है। राजनीतिक रूप से, अविश्वास प्रस्ताव का विकल्प जोखिमपूर्ण है। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव लाने की आलोचनाओं के बारे में पूछे जाने पर कहा कि वे इसके बारे में नहीं जानते, लेकिन अगर वे ऐसा करते हैं तो उन्हें पता होना चाहिए कि बीजेपी ने 300 से अधिक सीटों के मजबूत बहुमत के साथ पिछली बार सत्ता में वापस आया था।
यदि इस बार अविश्वास प्रस्ताव लाया जाता है, तो हमें 350 से अधिक सीटें मिल जाएंगी। मोदी सरकार के खिलाफ चार साल से अधिक समय में चौथी लोकसभा में अभी तक कोई अविश्वास प्रस्ताव नहीं आया है। 20 जुलाई, 2018 को मोदी सरकार के खिलाफ पहली बार 16वीं लोकसभा में प्रस्ताव लाया गया था, जिसमें एनडीए सरकार ने अविश्वास प्रस्ताव को 325 से 126 वोटों से पराजित किया था।
“इंडिया” गुट में शामिल 150 सांसदों में से पांच (राहुल गांधी की वायनाड़ सीट भी) अभी लोकसभा में रिक्त हैं। भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए के पास लोकसभा में 330 से अधिक सदस्य हैं, जबकि बहुमत 272 है। भारत में शामिल दलों के पास भी लगभग 150 सांसद हैं। जबकि वाईएसआर कांग्रेस, बीजेडी और भारत राष्ट्र समिति जैसे अन्य दल इन दोनों खेमों से बाहर हैं और उनमें 60 से अधिक सदस्य हैं।